h3.post-title, .comments h4 { font-family: 'Ek Mukta', Regular; font-size: 28px; } मराठी विश्व

प्रेमा तुझा रंग असा

प्रिय...... प्रेमाचे दोन अश्रू. मी तुला सदर पत्र लिहीत आहे याच आश्चर्य वाटत असेल कदाचीत ! नाही? पण खरोखरच तुझ्या स्मृती आज वेदनेची ओल...
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परिवर्तन

परिवर्तन

-- जिंदगीके अंधेरोंमे जब-- मै टूटतासा जाता हूं अपनी थकानसे तब-- यह मायावी दुनिया दलदलसी लगती है । और मै-- उसमें बिलबिलाता एक कीडा़ ...
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गीत

दर्पण भी टूट्ना सीखा मेरे हृदय की दरारोंसे । खुशीयोंको कहां छिपाऊं ? कलियोंमे या सुमनोंमे आंसूओंको कहां छिपाऊ ? सरिता में या झरनोंम...
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जन्मदिन अभिलेख १

हे उषा देवीके चंचल कलीके, युग्म के ललाट की पहली रेखा दे रहा हूं बधाई सानन्द, जन्मदिन की अभिलेखा 'प्रतीक्षा' केवल प्रतीक्षा ...
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भ्रमंती

 जीवन सफ़रमें  दो पंछी  बेसहारा उडते जाते  जीवन की चित्रांकित रेखाओने  बना दिये उनके दो घर  एक उषा के नाम  एक निशा के नाम  और मैं-...
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भूल

भूल

विस्मृत कैसी होगी वह धनतेरस की रात और आलिशान इमारतोंपर जगमगाते दीप. विस्मृत कैसी होगी मेरी अपनी कुटियाकी वह बिना दीये की शाम और बा...
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